दयामनी बरला सिर्फ झारखण्ड के आदिवासियों की ही आवाज नहीं है । आज दयामनी ने अपने संघर्षों से बड़े बड़े पूंजीपतियों के षड्यंत्रों को नाकाम कर दिया है । जिंदल और मित्तल भले ही दुनिया के आमीरों में अपनी गिनती करवाते हों पर झारखण्ड के जंगलों ने उन्हें जनता की ताकत के आगे झुकाने पर मजबूर कर दिया है। दयामनी के नेतृत्व में आदिवासियों ने अपनी लड़ाई को जिस तरह से लड़ा है वो पूंजीवाद के खिलाफ गरीबो की ताकत को दिखने आ एक बड़ा उदाहरण है । इंसाफ की राष्ट्रीय नेतृत्व को जो दिशा दयामनी ने दी है वो इंसाफ के लिए महत्वपूर्ण है ।
आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच के बैनर में दय्मानी जल जंगल जमीन की लड़ाई को नए मुकाम तक ले जा रही हैं । उनसे संपर्क करने के लिए फोन करे 09431104386
इरफ़ान
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